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Friday, August 19, 2016

गीत

जन मन भारत वासी,
महिमा तेरी है अविनशी।
मध्य ह्रदय में मध्य प्रदेश है,    
बिहार की क्या है बातें।
दक्षिण में भक्ति की धरा,
पश्चिम की अतुल कहानी।
पंजाब, सिंधु वीरों की भूमि,
मराठा की अतुल्य निशानी।
राणा की रणभूमि यहाँ पर,
अशोक चक्र की महिमा।
झांसी की रानी का-
तो, था कोई नही शानी।
उज्वल भूमि बुंदेलों की,
बसतें सक्षम वासी।
                   जन मन भारत वासी,
                  महिमा तेरी है अविनशी। ... (शेष कल)
                                   -उमेश चंद्र श्रीवास्तव 

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